Wipro Share Price : शुरुआती कारोबार में BSE पर Wipro का शेयर ₹295.50 पर ट्रेड कर रहा था। हालांकि, निवेशकों को इसमें 50% की गिरावट नजर आई। यह गिरावट असल में बोनस शेयर से पहले के प्राइस के मुकाबले प्राइस एडजस्टमेंट का परिणाम है।
आईटी क्षेत्र की अग्रणी कंपनी विप्रो लिमिटेड के शेयरों की 3 दिसंबर को बोनस इश्यू की एक्स-डेट थी। इस दिन बीएसई पर शुरुआती कारोबार के दौरान विप्रो के शेयर ₹295.50 पर ट्रेड कर रहे थे, जिसमें 1.09% की बढ़त दर्ज की गई। हालांकि, निवेशकों को इसमें 50% की गिरावट नजर आई, जो असल में बोनस इश्यू के कारण शेयर मूल्य में हुए समायोजन की वजह से है।
बोनस से पहले, विप्रो का प्रति शेयर मूल्य ₹584.55 था। यदि किसी निवेशक के पास 2 दिसंबर तक 100 शेयर थे, तो बोनस इश्यू के तहत 1:1 अनुपात में उन्हें अतिरिक्त 100 शेयर मिले, जिससे कुल शेयर बढ़कर 200 हो गए। शेयरों की संख्या बढ़ने के कारण प्रति शेयर मूल्य घटकर ₹292 हो गया, लेकिन कुल निवेश का मूल्य पहले जैसा ही रहा।
इस बदलाव का मतलब है कि बोनस इश्यू के बाद शेयर की कीमत में जो गिरावट दिख रही है, वह केवल गणना का परिणाम है, जिससे निवेशकों के निवेश पर वास्तविक प्रभाव नहीं पड़ता। Wipro Bonus Issue निवेशकों के लिए दीर्घकालिक लाभ की संभावना प्रदान करता है।
बोनस शेयर: क्या है और कैसे होता है फायदा?
बोनस शेयर वे अतिरिक्त शेयर हैं जो कंपनी अपने मौजूदा शेयरधारकों को मुफ्त में प्रदान करती है। यह कदम आमतौर पर तब उठाया जाता है जब कंपनी के पास अच्छा मुनाफा होता है, लेकिन वह इसे कैश डिविडेंड के रूप में वितरित नहीं करना चाहती। बोनस शेयरों का उद्देश्य शेयरधारकों को उनके निवेश पर इनाम देना और कंपनी में उनकी हिस्सेदारी को बढ़ाना होता है। इसे बोनस इश्यू भी कहा जाता है, जो कंपनी की ग्रोथ और शेयरधारकों के लिए एक सकारात्मक संकेत माना जाता है।
बोनस इश्यू का प्रभाव
जब कंपनियां बोनस शेयर जारी करती हैं, तो शेयर की कीमत बोनस अनुपात के अनुसार घट जाती है, लेकिन कुल निवेश मूल्य अपरिवर्तित रहता है। उदाहरण के लिए, अगर Wipro हर 1 शेयर के बदले 1 बोनस शेयर देता है और आपके पास पहले 100 शेयर थे, तो अब आपके पास 200 शेयर हो जाएंगे। हालांकि, शेयर की कीमत घटने से कुल निवेश की वैल्यू में कोई बदलाव नहीं होगा, क्योंकि यह बोनस इश्यू के अनुपात में एडजस्ट हो जाती है। बोनस शेयर निवेशकों को अतिरिक्त लाभ देने का एक तरीका है, जो उनकी हिस्सेदारी बढ़ाता है।
बोनस इश्यू के बाद कंपनी के कुल इक्विटी शेयरों की संख्या बढ़ जाती है, लेकिन प्रत्येक शेयर का मूल्य उसी अनुपात में घट जाता है। उदाहरण के लिए, Wipro ने 1:1 बोनस इश्यू का ऐलान किया, जिसका मतलब है कि हर मौजूदा शेयरधारक को उनके 1 शेयर के बदले 1 नया पूरी तरह पेड-अप शेयर मिलेगा। इस प्रक्रिया का उद्देश्य शेयरों की लिक्विडिटी बढ़ाना है, और ये नए शेयर कंपनी के फ्री रिजर्व और सरप्लस से जारी किए जाते हैं।
कुछ ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म्स पर पुराने, अनएडजस्टेड प्राइस दिखने के कारण यह भ्रम हो सकता है कि Wipro के शेयरों में लगभग 50% की गिरावट आई है। लेकिन असल में, यह बोनस इश्यू के कारण शेयर प्राइस एडजस्टमेंट का नतीजा है, न कि वास्तविक गिरावट।
Wipro Share Price : बोनस शेयर से निवेशकों को क्या लाभ?
बोनस इश्यू का सबसे बड़ा फायदा यह है कि निवेशकों के पास शेयरों की संख्या बढ़ जाती है। उदाहरण के लिए, Wipro के 1:1 बोनस इश्यू के तहत, यदि किसी निवेशक के पास पहले 100 शेयर थे, तो अब उसके पास 200 शेयर हो जाएंगे। हालांकि, शेयर की कीमत अनुपात के अनुसार घट जाती है, लेकिन कुल निवेश मूल्य समान रहता है।
इसके अलावा, बोनस इश्यू का लाभ डिविडेंड में मिलता है। पहले जहां 100 शेयरों पर डिविडेंड मिलता था, अब बढ़ी हुई 200 शेयरों पर डिविडेंड प्राप्त होगा। IT कंपनियों की तरह Wipro भी नियमित रूप से डिविडेंड देती है, जिससे निवेशकों को अतिरिक्त लाभ होता है।
जिन निवेशकों के पास 2 दिसंबर तक Wipro के शेयर थे, उनके डीमैट अकाउंट में जल्द ही बोनस शेयर क्रेडिट कर दिए जाएंगे। इस प्रक्रिया से शेयरधारकों को दीर्घकालिक लाभ और शेयर की लिक्विडिटी बढ़ाने का फायदा मिलता है।
यह भी पढ़ें –
Stock Market Today News : ग्लोबल संकेतों के बीच कैसा रहेगा शेयर बाजार का मूड? Live अपडेट जानें