elcid investment share-1 दिन में 66 लाख % रिटर्न वाले शेयर ने MRF को पछाड़ा!

elcid investment share : एल्सिड इन्वेस्टमेंट्स के शेयर प्राइस में हाल ही में एक खास नीलामी के दौरान अभूतपूर्व उछाल देखने को मिला। 3.53 रुपये के स्तर से बढ़कर 236,250 रुपये तक पहुंचने वाले इस शेयर ने 1 दिन में 66,92,535% का भारी रिटर्न दिया। यह तेजी एल्सिड इंडिया की मजबूत बुक वैल्यू का नतीजा है, जिसने कंपनी के शेयर प्राइस को MRF के शेयर प्राइस से भी आगे बढ़ा दिया।

elcid investment share
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Elcid Investments Share Surge

एल्सिड इन्वेस्टमेंट्स (Elcid Investments) का नाम शायद कम लोगों ने सुना हो, लेकिन इसने भारतीय शेयर बाजार में इतिहास बना दिया है। इस स्मॉलकैप स्टॉक की कीमत में एक ही दिन में असाधारण उछाल देखने को मिली, जहाँ इसका शेयर मात्र 3.53 रुपये से बढ़कर 2,36,250 रुपये पर पहुँच गया। इस अद्वितीय वृद्धि दर ने इसे 66,92,535% की बढ़त दिलाई और इसे भारत का सबसे महंगा शेयर बना दिया, जिससे MRF के 1.2 लाख रुपये के रिकॉर्ड मूल्य को भी पीछे छोड़ दिया। इस तरह की अप्रत्याशित छलांग 2021 में क्रिप्टोकरेंसी की असाधारण उछाल की याद दिलाती है, जो निवेशकों के लिए अकल्पनीय अवसर बन सकती है।

एल्सिड इन्वेस्टमेंट्स का मामला निवेशकों के अचानक उभरते क्रेज का नहीं, बल्कि बीएसई और एनएसई द्वारा सोमवार को आयोजित विशेष कॉल नीलामी का परिणाम है, जो निवेश होल्डिंग कंपनियों के प्राइस डिस्कवरी के लिए किया गया था। पिछले एक दशक से 3 रुपये के करीब ट्रेड हो रहे इस स्टॉक का बुक वैल्यू 5,85,225 रुपये रहा है। इकोनॉमिक टाइम्स के अनुसार, सैमको सिक्योरिटीज ने बताया कि इस भारी अंतर के कारण मौजूदा शेयरधारक अपने शेयर बेचने के प्रति अनिच्छुक थे और 2011 के बाद से ट्रेडिंग नहीं हुई। इस तरह के अंतर को कम करने के उद्देश्य से सेबी ने भारी छूट पर ट्रेड होने वाली होल्डिंग कंपनियों के लिए विशेष नीलामी आयोजित करने का निर्देश दिया।

एल्सिड इन्वेस्टमेंट्स के पास एशियन पेंट्स में 1.28% की हिस्सेदारी है, जिसकी बाजार में कीमत लगभग 3,616 करोड़ रुपये है, जो एल्सिड के कुल मार्केट कैप का 80% है। सैमको के अनुसार, 2.3 लाख रुपये प्रति शेयर के मौजूदा मूल्य पर भी, एल्सिड केवल 0.38 के प्राइस-टू-बुक मल्टीपल पर ट्रेड कर रहा है। कुल 4,725 करोड़ रुपये के मार्केट कैप के साथ, एल्सिड अब भारत का सबसे महंगा स्टॉक बन गया है, जिसकी शेयर कीमत 2.36 लाख रुपये प्रति शेयर है।

अब तक, MRF भारत का एकमात्र स्टॉक था जिसकी प्रति शेयर कीमत 1 लाख रुपये से अधिक थी। निवेशकों को यह समझना आवश्यक है कि शेयर की कीमत और मूल्यांकन दो अलग-अलग अवधारणाएं हैं। किसी शेयर की ऊंची कीमत का यह मतलब नहीं है कि वह निवेश के लिए महंगा है, और उसी तरह, कम कीमत का यह अर्थ नहीं है कि वह सस्ता है। मूल्यांकन शेयर की आंतरिक मूल्य को समझने में मदद करता है, जो कंपनी के वास्तविक वित्तीय स्थिति और संभावनाओं को दर्शाता है।

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