ola electric bike : स्टैंडअप कॉमेडियन कुणाल कामरा ने फिर से ओला इलेक्ट्रिक को लेकर आलोचना की है और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से इसमें दखल देने की अपील की है। हाल ही में उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में ओला स्टोर के बाहर कई ओला इलेक्ट्रिक स्कूटरों के ढेर का जिक्र किया। कामरा और ओला के सीईओ भाविश अग्रवाल के बीच कुछ दिन पहले सोशल मीडिया पर हुई बहस के बाद यह पोस्ट आई है। कॉमेडियन का कहना है कि यह स्थिति उपभोक्ताओं के लिए समस्याएं पैदा कर सकती है, और इसलिए उन्होंने गडकरी से इस मामले में हस्तक्षेप की मांग की है।
कामरा ने क्यों किया ओला इलेक्ट्रिक पर प्रहार?
स्टैंडअप कॉमेडियन कुणाल कामरा ने अपने पोस्ट में भारतीय उपभोक्ताओं की ओला इलेक्ट्रिक स्कूटर से जुड़ी समस्याओं को उठाया और सरकार से इस मामले में हस्तक्षेप की अपील की। कामरा ने ओला इलेक्ट्रिक के सीईओ भाविश अग्रवाल की अगुवाई में कंपनी की जिम्मेदारी पर भी सवाल उठाए, खासकर ग्राहक सेवा की कमी को लेकर। हाल ही में, कामरा और अग्रवाल के बीच सोशल मीडिया पर भी तीखी बहस हुई थी, जिसमें कामरा ने ओला स्कूटरों की गुणवत्ता को लेकर अपनी चिंताएं साझा की थीं।
कुणाल कामरा की यह पोस्ट सोलापुर के रंगराज नगर से एक्स पर साझा की गई एक शिकायत के जवाब में आई है। इस शिकायत में बताया गया था कि कई ओला इलेक्ट्रिक स्कूटर खराब स्थिति में खड़े हैं और साइट पर कोई योग्य इंजीनियर या तकनीशियन मौजूद नहीं था। कामरा ने इसे भारतीय उपभोक्ताओं की समस्याओं को उजागर करने का अवसर बनाकर ओला इलेक्ट्रिक की सेवा और जवाबदेही पर सवाल उठाए।
कुणाल कामरा ने अपने पोस्ट में क्या कहा ?
कुणाल कामरा ने अपनी एक्स पोस्ट में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को टैग करते हुए भारतीय ग्राहकों की कठिनाइयों पर ध्यान देने की अपील की। उन्होंने लिखा, “मंत्री @nitin_gadkari कृपया भारतीय ग्राहकों की दुर्दशा पर गौर करें, जिनकी आवाज़ नहीं सुनी जाती। वे काम पर नहीं जा पा रहे हैं और ओला की जिम्मेदारी वाले इस मुद्दे को हल करने के लिए खराब ऋण ले रहे हैं… सरकारी एजेंसियां कब हस्तक्षेप करेंगी?” कामरा की इस पोस्ट से ओला इलेक्ट्रिक की ग्राहक सेवा और जवाबदेही पर गंभीर सवाल उठे हैं, जिससे उपभोक्ताओं की समस्याएं भी सामने आई हैं।
क्यों है ओला इलेक्ट्रिक चर्चा में?
ओला इलेक्ट्रिक, जो भारत में सबसे ज्यादा बिकने वाला इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर ब्रांड है, अपने इलेक्ट्रिक स्कूटर्स की विविध रेंज के लिए जाना जाता है। हालांकि, इसकी सर्विस क्वालिटी और प्रोडक्ट की गुणवत्ता को लेकर कई ग्राहकों ने असंतोष जताया है। 2017 में परिचालन शुरू करने के बाद से ही यह कंपनी विभिन्न मुद्दों के कारण चर्चा में रही है। शुरुआत में अपने S1 इलेक्ट्रिक स्कूटर के लॉन्च से कंपनी ने भारतीय ईवी बाजार में हलचल मचाई थी, लेकिन अब खराब कस्टमर सर्विस और कई समस्याओं के चलते इसे आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है। हाल ही में स्टैंड-अप कॉमेडियन और ओला के सीईओ भाविश अग्रवाल के बीच सोशल मीडिया पर बहस ने इन समस्याओं को फिर से चर्चा में ला दिया है।
जांच के घेरे में ओला इलेक्ट्रिक
हाल के दिनों में, ओला इलेक्ट्रिक ने कई विवादों के चलते काफी सुर्खियाँ बटोरी हैं। स्टैंडअप कॉमेडियन और कंपनी के सीईओ के बीच हुआ विवाद सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है। इसके अलावा, 1 सितंबर, 2023 से एक साल के भीतर, राष्ट्रीय उपभोक्ता हेल्पलाइन पर ओला इलेक्ट्रिक के खिलाफ लगभग 10,000 उपभोक्ता शिकायतें दर्ज की गई हैं। इसके परिणामस्वरूप, केंद्रीय उपभोक्ता संरक्षण प्राधिकरण (सीसीपीए) ने कंपनी को एक कारण बताओ नोटिस जारी किया है, जिससे उनकी सेवा गुणवत्ता पर सवाल उठ रहे हैं।
इस पूरे मामले ने ओला इलेक्ट्रिक की विश्वसनीयता को प्रभावित किया है और यह दर्शाता है कि उपभोक्ता अपनी चिंताओं को लेकर कितने गंभीर हैं।
सीसीपीए के अनुसार, ओला इलेक्ट्रिक के खिलाफ दर्ज शिकायतों में दोषपूर्ण वाहनों, खराब सेवा गुणवत्ता, अनुचित व्यापार व्यवहार और भ्रामक विज्ञापन जैसी समस्याएँ शामिल हैं। ये शिकायतें दर्शाती हैं कि ग्राहकों को कंपनी की सेवाओं से असंतोष है, जिससे ओला की छवि पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। इसे ध्यान में रखते हुए, ओला को अपनी सेवा और उत्पाद गुणवत्ता में सुधार करने की आवश्यकता है।
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